झारखंड दौरे के दौरान फुर्सत के पलो मै कार्यकर्ताओ के साथ शिव जी के बारह महान ज्योर्तिलिंगो मै से एक दिव्य लिंग बैद्यनाथ धाम, देवघर (झारखंड) के दशर्न किये,भगवान शिव से यही कामना की हमारा देश विकास और उन्नत्ति के पथ पर अग्रसर हो और सभी देशवासियो को सुख और समृद्धि प्रदान करेँ ................
झारखंड कुछ प्रमुख तीर्थस्थानों का केंद्र है जिनका ऐतिहासिक दृष्टि से बहुत महत्व है। इन्हीं में से एक स्थान है देवघर। यह स्थान संथाल परगना के अंतर्गत आता है। देवघर शांति और भाईचारे का प्रतीक है। यह एक प्रसिद्ध हेल्थ रिजॉर्ट है। लेकिन इसकी पहचान हिंदु तीर्थस्थान के रूप में की जाती है। यहां बाबा बैद्यनाथ का ऐतिहासिक मंदिर है जो भारत के बारह ज्योतिर्लिगों में से एक है। माना जाता है कि भगवान शिव को लंका ले जाने के दौरान उनकी स्थापना यहां हुई थी। प्रतिवर्ष श्रावण मास में श्रद्धालु 100 किमी. लंबी पैदल यात्रा करके सुल्तानगंज से पवित्र जल लाते हैं जिससे बाबा बैद्यनाथ का अभिषेक किया जाता है। देवघर की यह यात्रा बासुकीनाथ के दर्शन के साथ सम्पन्न होती है।
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