May 30, 2015

52 गढ़ों का देश

गढवाल को कभी 52 गढ़ों का देश कहा जाता था। असल में तब गढ़वाल में 52 राजाओं का आधिपत्य था। उनके अलग अलग राज्य थे और वे स्वतंत्र थे। इन 52 गढ़ों के अलावा भी कुछ छोटे छोटे गढ़ थे जो सरदार या थोकदारों (तत्कालीन पदवी) के अधीन थे। चीनी यात्री ह्वेनसांग ने इनमें से कुछ का जिक्र किया था। ह्वेनसांग छठी शताब्दी में भारत में आया था। इन राजाओं के बीच आपस में लड़ाई में चलती रहती थी। माना जाता है कि नौवीं शताब्दी लगभग 250 वर्षों तक इन गढ़ों की स्थिति बनी रही लेकिन बाद में इनके बीच आपसी लड़ाई का पवांर वंश के राजाओं ने लाभ उठाया और 15वीं सदी तक इन गढ़ों के राजा परास्त होकर पवांर वंश के अधीन हो गये। इसके लिये पवांर वंश के राजा अजयपाल सिंह जिम्मेदार थे जिन्होंने तमाम राजाओं को परास्त करके गढ़वाल का नक्शा एक कर दिया था।
श्रीनगर गढ़वाल का महल (1882) सौजन्य : भारतीय भू वैज्ञानिक सर्वेक्षण
गढ़वाल में वैसे आज भी इन गढ़ों का शान से जिक्र होता और संबंधित क्षेत्र के लोगों को उस गढ़ से जोड़ा जाता है। गढ़वाल के 52 गढ़ों का संक्षिप्त विवरण इस प्रकार है ...
पहला ... नागपुर गढ़ : यह जौनपुर परगना में था। यहां नागदेवता का मंदिर है। यहां का अंतिम राजा भजनसिंह हुआ था।
दूसरा ... कोल्ली गढ़ : यह बछवाण बिष्ट जाति के लोगों का गढ़ था।
तीसरा ... रवाणगढ़ : यह बद्रीनाथ के मार्ग में पड़ता है और रवाणीजाति का होने के कारण इसका नाम रवाणगढ़ पड़ा।
चौथा ... फल्याण गढ़ : यह फल्दकोट में था और फल्याण जाति के ब्राहमणों का गढ़ था। कहा जाता है कि यह गढ़ पहले किसी राजपूत जाति का था। उस जाति के शमशेर सिंह नामक व्यक्ति ने इसे ब्राह्मणों का दान कर दिया था।
पांचवां ... वागर गढ़ : यह नागवंशी राणा जाति का गढ़ था। इतिहास के पन्नों पर झांकने पर पता चलता है कि एक बार घिरवाण खसिया जाति ने भी इस पर अधिकार जमाया था।
छठा ... कुईली गढ़ : यह सजवाण जाति का गढ़ था जिसे जौरासी गढ़ भी कहते हैं।
सातवां ... भरपूर गढ़ : यह भी सजवाण जाति का गढ़ था। यहां का अंतिम थोकदार यानि गढ़ का प्रमुख गोविंद सिंह सजवाण था।
आठवां ... कुजणी गढ़ : सजवाण जाति से जुड़ा एक और गढ़ जहां का आखिरी थोकदार सुल्तान सिंह था।
नौवां ... सिलगढ़ : यह भी सजवाण जाति का गढ़ था जिसका अंतिम राजा सवलसिंह था।
दसवां ... मुंगरा गढ़ : रवाई स्थित यह गढ़ रावत जाति का था और यहां रौतेले रहते थे।
11वां ... रैका गढ़ : यह रमोला जाति का गढ़ था।
12वां ... मोल्या गढ़ : रमोली स्थित यह गढ़ भी रमोला जाति का था।
13वां ... उपुगढ़ : उद्येपुर स्थित यह गढ़ चौहान जाति का था।
14वां ... नालागढ़ : देहरादून जिले में था जिसे बाद में नालागढ़ी के नाम से जाना जाने लगा।
15वां ... सांकरीगढ़ : रवाईं स्थित यह गढ़ राणा जाति का था।
16वां ... रामी गढ़ : इसका संबंध शिमला से था और यह भी रावत जाति का गढ़ था।
17वां ... बिराल्टा गढ़ : रावत जाति के इस गढ़ का अंतिम थोकदार भूपसिंह था। यह जौनपुर में था।
18वां ... चांदपुर गढ़ : सूर्यवंशी राजा भानुप्रताप का यह गढ़ तैली चांदपुर में था। इस गढ़ को सबसे पहले पवांर वंश के राजा कनकपाल ने अपने अधिकार क्षेत्र में लिया था।
19वां ... चौंडा गढ़ : चौंडाल जाति का यह गढ़ शीली चांदपुर में था।
20वां ... तोप गढ़ : यह तोपाल जाति का था। इस वंश के तुलसिंह ने तोप बनायी थी और इसलिए इसे तोप गढ़ कहा जाने लगा था। तोपाल जाति का नाम भी इसी कारण पड़ा था।
21वां ... राणी गढ़ : खासी जाति का यह गढ़ राणीगढ़ पट्टी में पड़ता था। इसकी स्थापना एक रानी ने की थी और इसलिए इसे राणी गढ़ कहा जाने लगा था।
22वां ... श्रीगुरूगढ़ : सलाण स्थित यह गढ़ पडियार जाति का था। इन्हें अब परिहार कहा जाता है जो राजस्थान की प्रमुख जाति है। यहां का अंतिम राजा विनोद सिंह था।
23वां ... बधाणगढ़ : बधाणी जाति का यह गढ़ पिंडर नदी के ऊपर स्थित था।
24वां ... लोहबागढ़ : पहाड़ में नेगी सुनने में एक जाति लगती है लेकिन इसके कई रूप हैं। ऐसे ही लोहबाल नेगी जाति का संबंध लोहबागढ़ से था। इस गढ़ के दिलेवर सिंह और प्रमोद सिंह के बारे में कहा जाता था कि वे वीर और साहसी थे।
25वां ... दशोलीगढ़ : दशोली स्थित इस गढ़ को मानवर नामक राजा ने प्रसिद्धि दिलायी थी।
26वां ... कंडारागढ़ : कंडारी जाति का यह गढ़ उस समय के नागपुर परगने में थे। इस गढ़ का अंतिम राजा नरवीर सिंह था। वह पंवार राजा से पराजित हो गया था और हार के गम में मंदाकिनी नदी में डूब गया था।
27वां ... धौनागढ़ : इडवालस्यू पट्टी में धौन्याल जाति का गढ़ था।
28वां ... रतनगढ़ : कुंजणी में धमादा जाति का था। कुंजणी ब्रहमपुरी के ऊपर है।
29वां ... एरासूगढ़ : यह गढ़ श्रीनगर के ऊपर था।
30वां ... इडिया गढ़ : इडिया जाति का यह गढ़ रवाई बड़कोट में था। रूपचंद नाम के एक सरदार ने इस गढ़ को तहस नहस कर दिया था।
31वां ... लंगूरगढ़ : लंगूरपट्टी स्थिति इस गढ़ में भैरों का प्रसिद्ध मंदिर है।
32वां ... बाग गढ़ : नेगी जाति के बारे में पहले लिखा था। यह बागूणी नेगी जाति का गढ़ था जो गंगा सलाण में स्थित था। इस नेगी जाति को बागणी भी कहा जाता था।
33वां ... गढ़कोट गढ़ : मल्ला ढांगू स्थित यह गढ़ बगड़वाल बिष्ट जाति का था। नेगी की तरह बिष्ट जाति के भी अलग अलग स्थानों के कारण भिन्न रूप हैं।
34वां ... गड़तांग गढ़ : भोटिया जाति का यह गढ़ टकनौर में था लेकिन यह किस वंश का था इसकी जानकारी नहीं मिल पायी थी।
35वां ... वनगढ़ गढ़ : अलकनंदा के दक्षिण में स्थित बनगढ़ में स्थित था यह गढ़।
36वां ... भरदार गढ़ : यह वनगढ़ के करीब स्थित था।
37वां ... चौंदकोट गढ़ : पौड़ी जिले के प्रसिद्ध गढ़ों में एक। यहां के लोगों को उनकी बुद्धिमत्ता और चतुराई के लिये जाना जाता था। चौंदकोट गढ़ के अवशेष चौबट्टाखाल के ऊपर पहाड़ी पर अब भी दिख जाएंगे।
38वां ... नयाल गढ़ : कटुलस्यूं स्थित यह गढ़ नयाल जाति था जिसका अंतिम सरदार का नाम भग्गु था।
39वां ... अजमीर गढ़ : यह पयाल जाति का था।
40वां ... कांडा गढ़ : रावतस्यूं में था। रावत जाति का था।
41वां ... सावलीगढ़ : यह सबली खाटली में था।
42वां ... बदलपुर गढ़ : पौड़ी जिले के बदलपुर में था।
43वां ... संगेलागढ़ : संगेला बिष्ट जाति का यह गढ़ यह नैल चामी में था।
44वां ... गुजड़ूगढ़ : यह गुजड़ू परगने में था।
45वां ... जौंटगढ़ : यह जौनपुर परगना में था।
46वां ... देवलगढ़ : यह देवलगढ़ परगने में था। इसे देवलराजा ने बनाया था।
47वां ... लोदगढ़ : यह लोदीजाति का था।
48वां ... जौंलपुर गढ़
49वां ... चम्पा गढ़
50वां ... डोडराकांरा गढ़
51वां ... भुवना गढ़
52वां ... लोदन गढ़

May 26, 2015

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व

माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के नेतृत्व मेँ केंद्र सरकार के सफल एक वर्ष पूरे होने पर सभी देशवासियों एवम कार्यकर्ताओं को हार्दिक शुभकामनाएँ ,इसका श्रेय माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी एवम उनके मंत्री-मंडल और समस्त देशवासियों को जाता है,में ईश्वर से कामना करता हु कि हमारा देश विकास के पथ पर अग्रसर रहे.
इस दौरान माननीय गढवाल सांसद मेजर जनरल बी. सी खंडुरी जी के साथ गढवाल(भट्टीगांव,बिसल्ड,पाबो,साँकरसैंण,बेला, तैरपालीसैंण,चौरा,बडेत,पल्लीसैंण,पैठाणी,मलुंड,चौपडा,नयगड,डुंगरी,खंडुली,जवाडी,बुंगा,सिमल्थ,मरोडा) का भ्रमण किया.
क्षेत्र की जनता को केंद्र की विभिन्न योजनाओं (मुद्रा बैंक, अटल पेंशन योजना ,प्रधानमंत्री जीवन ज्योति बीमा योजना, प्रधानमंत्री सुरक्षा बीमा योजना आदि) से अवगत कराया और इसका लाभ लेने का आग्रह किया.

May 20, 2015

डी. एम. पौड़ी गढवाल को अपने क्षेत्र की समस्याओं ....

डी. एम. पौड़ी गढवाल को अपने क्षेत्र की समस्याओं डाक्टरो की कमी,शिक्षको की कमी ,सुमाडी एन. आई.टी के निमार्ण में देरी, भरसार मैं अनियमितताएं, सडको के निमार्ण मै विलंब, श्रीनगर के स्टेडियम का निर्माण व चौरास पुल के निर्माण से संबंधित आदि जैसी समस्याओं से अवगत कराया,मैने डी.एम. साहब को ज्ञापन पत्र सौंपा ,उनहोने मुझे आशवस्त कराया कि विकास कार्योँ मेँ गति लाई जाएगी और सारी समस्याओं को गंभीरता से लिया जायेगा.


May 14, 2015

चमोली जिला कार्यकारणी बैठक एवम महासंपर्क अभियान

चमोली जिला कार्यकारणी बैठक एवम महासंपर्क अभियान मेँ सहभागिता और श्रीनगर विधानसभा के गाँवो ईडा,नौगाँव,ग्वीठगाँव,जाख ,दरमोली, पैलार, पल्ली मै जन-जन संपर्क अभियान के दौरान कुछ पल.

May 12, 2015

श्रीनगर के खंण्डा गाँव के लोग काफी समय से क्रेसर

श्रीनगर के खंण्डा गाँव के लोग काफी समय से क्रेसर कंपनी के खिलाफ धरने पर बैठे हुए थे, उनकी माँगे थी कि क्रेसर मशीन को उनके गाँव से हटाया जाये क्योंकि गाँव वालों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है जैसे फसलों मै नुकसान सहना ,व वातावरण का प्रभावित होना आदि.
सुमाडी गाँव मै एन. आई. टी के चलते वहा 17कि.मी.की रोड का निर्माण हो रहा है,जिसके चलते क्रेसर प्लांट वहा लगाया गया, लेकिन गाँव वालों की माँगे भी जायज़ है, इसलिए मैने एस. डी. एम साहब को बुलाया, मैने उनसे इस मामले को गंभीरता से लेने को कहा.
सुमाडी रोड का 17 कि. मी. का निर्माण होते ही यह प्लांट यहा से तुरंत हट जाना चाहिए, जिसके लिए हमने उनको एक माह का समय दिया है, अंततः काफी विचार-विमर्श के बाद हमारी माँगो पर सहमति बन गई और एस. डी. एम.साहब के सम्मुख मैने क्रेसर कंपनी से लिखित मैं ले लिया एक माह मैं कार्य पूरा होते ही क्रेसर प्लांट वहां से हटा दिया जायेगा.
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May 6, 2015

भूकंप से पीडित लोगो के लिए ...

नेपाल मेँ भूकंप से पीडित लोगो के लिए श्रीनगर मेँ अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद एवम् भाजपा कार्यकर्ताओं के साथ फंड एकत्रित करते हुए

May 4, 2015

कांग्रेस सरकार की नीतियो से हर वर्ग का आदमी परेशान है

कांग्रेस सरकार की नीतियो से हर वर्ग का आदमी परेशान है, किसी भी वर्ग को नही बक्सा जा रहा है, एक तरफ कांग्रेस ने प्रदेश को "घोषणा प्रदेश "बनाने और "घोषणा मुख्यमंत्री" देने मै कोई कसर नही छोडी, वहीं दुसरी ओर,प्रशासन दूारा बी. पी. एल. परिवारों के नगर पालिका परिषद दूारा निर्मित भवनों को तोडने की पुरी तैयारी. जिसके विरुद्ध आज मेंने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ चेतावनी धरना दिया, और ज्ञापन पत्र तहसीलदार साहब को सौंपा,अगर हमारी मांगे पुरी नही हुई तो एक बडा आन्दोलन किया जायेगा.

श्रीनगर के सुमाडी गांव मैे एन. आई. टी...

श्रीनगर के सुमाडी गांव मैे एन. आई. टी के निदेशक डा. एच. टी. थोराट से मुलाकात की मैने उनको तीन सूत्रीय मांगो का ज्ञापन पत्र सौंपा जो किस प्रकार है.. 
1.एन.आई..टी का काम दो महीने के अन्दर शुरू किया जाये वरना बडा आन्दोलन किया जायेगा 
2.स्थानीय लोगों को रोजगार दिया जाये
3.सुमाडी एन. आई. टी. का नाम ऐतिहासिक पुरुष पंथ्या दादा के नाम पर रखा जाये.