स्व0 हेमवती नंदन बहुगुणा की 98वीं जयंती के अवसर पर उनके पैतृक गांव
बुघाणी में उनकी स्मृति में बने संग्रहालय का उद्घाटन प्रदेश के मुखिया
श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने किया। इस अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में
उन्होंने स्व0 बहुगुणा जी के मुख्यमंत्री काल में बने पर्वतीय विकास
मंत्रालय का जिक्र करते हुए कहा कि यह दूर दृष्टि का नतीजा था जो कि पहाड़
के विकास के लिए एक बड़ा कदम साबित हुआ। उन्होंने कहा कि स्व0 बहुगुणा
आत्मसम्मान व स्वाभिमान के प्रतीक थे। जिन्होंने छात्र राजनीति से अपने
राजनैतिक भविष्य को संवारा। मुख्यमंत्री श्री रावत ने स्व0 बहुगुणा को
श्रृद्धांजलि देतेे हुए उनके द्वारा किये गये विकास उन्नयन के कार्यों को
आज भी स्वाभाविक रूप से अपनाये जाने पर जोर दिया। उन्होेने कहा कि
उत्तराखंड सरकार लूटखसोट पर अंकुश लगाने के साथ ही भ्रष्टाचार मुक्त सरकार
बनाने के प्रति अग्रसर है। उन्होनें राज्य की प्रगति के लिए ठोस रणनीति के
तहत कार्य करने की रणनीति पर जोर दिया। उन्होेंने कहा कि पर्यटन, उद्योग,
आयुष, सुगंधित जड़ी बूटी, खनन समेत कई अनेक क्षेत्रों में राज्य को अपने
संसाधन बढ़ाने होंगे।
April 26, 2017
April 24, 2017
भारत के सपूत उत्तराखंड गौरव वीर चन्द्र सिंह जी....
भारत के सपूत उत्तराखंड गौरव वीर चन्द्र सिंह जी को पेशावर काण्ड की बरसी पर शत् शत् नमन।
जन्म- 25 दिसम्बर, 1891
जन्मस्थान – मासी, पौड़ी गढ़वाल
मृत्यु – 1 अक्टूबर, 1979
ब्रिटिश हुकुमत के खिलाफ पहले खुले सैनिक विद्रोह करने वाले वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली का जन्म 25 दिसम्बर 1891 को हुआ था. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली ने 23 अप्रैल 1930 को पेशावर में जंगे आजादी की लडाई लड़ रहे निहत्थों पठानों पर जब ब्रिटिश हुकुमत के गोली चलाने के आदेश को मानने से इंकार कर दिया तो उन्हें इसकी सजा काला पानी के रूप में चुकानी पड़ी.1930 में चन्द्रसिंह गढ़वाली को 14 साल के कारावास के लिये ऐबटाबाद की जेल में भेज दिया गया। जिसके बाद इन्हें अलग-अलग जेलों में स्थानान्तरित किया जाता रहा। पर इनकी सज़ा कम हो गई और 11 साल के कारावास के बाद इन्हें 26 सितम्बर 1941 को आजाद कर दिया। ब्रिटिश हुकुमत के खिलाफ पहले खुले सैनिक विद्रोह कर उनकी चूलें हिलाने वाले यह वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली ही है कि जिनका देश की आजादी में जितना बड़ा योगदान रहा, उतना ही उसके बाद भी यहां के नागरिकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के रूप में रहा. 1 अक्टूबर 1979 को चन्द्रसिंह गढ़वाली का लम्बी बिमारी के बाद देहान्त हो गया। 1994 में भारत सरकार द्वारा उनके सम्मान में एक डाक टिकट भी जारी किया गया। तथा कई सड़कों के नाम भी इनके नाम पर रखे गये।
जन्म- 25 दिसम्बर, 1891
जन्मस्थान – मासी, पौड़ी गढ़वाल
मृत्यु – 1 अक्टूबर, 1979
ब्रिटिश हुकुमत के खिलाफ पहले खुले सैनिक विद्रोह करने वाले वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली का जन्म 25 दिसम्बर 1891 को हुआ था. प्रथम विश्व युद्ध के दौरान गढ़वाल राइफल में भर्ती हुए वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली ने 23 अप्रैल 1930 को पेशावर में जंगे आजादी की लडाई लड़ रहे निहत्थों पठानों पर जब ब्रिटिश हुकुमत के गोली चलाने के आदेश को मानने से इंकार कर दिया तो उन्हें इसकी सजा काला पानी के रूप में चुकानी पड़ी.1930 में चन्द्रसिंह गढ़वाली को 14 साल के कारावास के लिये ऐबटाबाद की जेल में भेज दिया गया। जिसके बाद इन्हें अलग-अलग जेलों में स्थानान्तरित किया जाता रहा। पर इनकी सज़ा कम हो गई और 11 साल के कारावास के बाद इन्हें 26 सितम्बर 1941 को आजाद कर दिया। ब्रिटिश हुकुमत के खिलाफ पहले खुले सैनिक विद्रोह कर उनकी चूलें हिलाने वाले यह वीर चन्द्र सिंह गढ़वाली ही है कि जिनका देश की आजादी में जितना बड़ा योगदान रहा, उतना ही उसके बाद भी यहां के नागरिकों के अधिकारों की लड़ाई लड़ने के रूप में रहा. 1 अक्टूबर 1979 को चन्द्रसिंह गढ़वाली का लम्बी बिमारी के बाद देहान्त हो गया। 1994 में भारत सरकार द्वारा उनके सम्मान में एक डाक टिकट भी जारी किया गया। तथा कई सड़कों के नाम भी इनके नाम पर रखे गये।
April 21, 2017
April 20, 2017
उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार....
उत्तराखंड के इतिहास में पहली बार सब लोगों को साथ लेकर प्रदेश लेवल पर
सभी प्राचार्यो एवम कुलपतियों के साथ बैठक ली. आज धन दा नैनीताल क्लब में
एक उच्च शिक्षा स्तरीय बैठक में भाग लिया, जिसमे महामहिम राज्यपाल के.के
पॉल ,उच्च शिक्षा अपर सचिव ,उच्च शिक्षा निदेशक भी उपस्थित रहे, इस बैठक
में पाँचो विश्वविधालय के कुलपति व सभी महाविद्यालयों के प्राचार्य मौजुद
रहे.
बैठक में धन दा के द्वारा #शैक्षणिक_कैलेंड र, #नशामुक्त_कालेज, #स्वच्छ_कालेज, #पर्यावरण #युक्त_कालेज, #शैक्षणिक_वातावर ण, उच्च #शिक्षा की #गुणवत्ता आदि विषयों पर अपने विचार रखे गये.
बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कि कहा कि अब छात्र-छात्राओं की डिग्री में फोटो लगेगी तथा उसे आधार कार्ड से भी जोड़ा जाएगा। इसके अलावा कॉलेजों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव पहल की जाएगी। वहीं उन्होंने स्वीकार किया कि उत्तराखंड के डिग्री कॉलेजों में प्रवक्ताओं की कमी से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। वर्तमान में 750 प्रवक्ताओं की कमी है जिसे पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
बैठक में धन दा के द्वारा #शैक्षणिक_कैलेंड
बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. धन सिंह रावत ने कि कहा कि अब छात्र-छात्राओं की डिग्री में फोटो लगेगी तथा उसे आधार कार्ड से भी जोड़ा जाएगा। इसके अलावा कॉलेजों में योग शिक्षा को बढ़ावा देने के लिए हर संभव पहल की जाएगी। वहीं उन्होंने स्वीकार किया कि उत्तराखंड के डिग्री कॉलेजों में प्रवक्ताओं की कमी से शिक्षण कार्य प्रभावित हो रहा है। वर्तमान में 750 प्रवक्ताओं की कमी है जिसे पूरा करने के लिए हर संभव प्रयास किए जाएंगे।
धन दा के प्रयासों से श्रीनगर में ही रहेगी एसएसबी...
सशस्त्र सीमा बल (एसएसबी) एकेडमी को भोपाल शिफ्ट किए जाने के मामले में
बुधवार को प्रदेश के सहकारिता और उच्च शिक्षा (राज्यमंत्री) डा. धन सिंह
रावत ने बुधवार को दिल्ली में केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह से मुलाकात
की। गृह मंत्री ने इस मुलाकात में उन्होंने एकेडमी को भोपाल शिफ्ट नहीं
करने का भरोसा दिलाया है।
April 19, 2017
धन सिंह रावत के दाव से कांग्रेस चित...
राज्य सहकारी बैंक के अध्यक्ष पद पर हुए चुनाव में सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत के दांव से कांग्रेसी चित हो गए हैं। राज्य सरकार की पहली चुनावी परीक्षा में वे पूरी तरह सफल साबित हुए।
सहकारिता मंत्री धन सिंह रावत ने इस चुनाव की पूरी कमान अपने हाथ में ली। सहकारिता मंत्री के मैदान में उतरते ही एक के बाद हालात भाजपा के पक्ष में होते चले गए। चुनाव से ठीक एक दिन पहले कांग्रेस के चार निदेशकों को भाजपा की सदस्यता दिलवा कर सहकारिता मंत्री ने मास्टर स्ट्रोक खेला। इस दांव से कांग्रेसी पूरी तरह हांफ गए और मैदान भाजपा के लिए पूरी तरह साफ हो गया।
April 17, 2017
आज दिल्ली मानव संसाधन विकास मंत्री....
आज दिल्ली मानव संसाधन विकास मंत्री माननीय प्रकाश जावडेकर जी ने राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) #Digital_portal #and_projects_La unch किया .
राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) एक केन्द्रीय प्रायोजित योजना है जो राज्य उच्चतर शैक्षिक संस्थाओं को वित्तपोषित करने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया था। केन्द्रीय वित्त पोषण (सामान्य वर्ग के राज्यों के लिए 65:35 के अनुपात में और विशेष वर्ग के राज्यों के लिए 90:10 के अनुपात में) मापदंड आधारित और आउटकम अधीन होगा। चिन्हित संस्थानों में पहुंचने से पहले निधियन केन्द्रीय मंत्रालय से राज्य सरकारों/संघ शासित प्रदेशों के माध्यम से राज्य उच्चतर शिक्षा परिषदों को जाता है।
राष्ट्रीय उच्चतर शिक्षा अभियान (रूसा) एक केन्द्रीय प्रायोजित योजना है जो राज्य उच्चतर शैक्षिक संस्थाओं को वित्तपोषित करने के उद्देश्य से प्रारंभ किया गया था। केन्द्रीय वित्त पोषण (सामान्य वर्ग के राज्यों के लिए 65:35 के अनुपात में और विशेष वर्ग के राज्यों के लिए 90:10 के अनुपात में) मापदंड आधारित और आउटकम अधीन होगा। चिन्हित संस्थानों में पहुंचने से पहले निधियन केन्द्रीय मंत्रालय से राज्य सरकारों/संघ शासित प्रदेशों के माध्यम से राज्य उच्चतर शिक्षा परिषदों को जाता है।
उत्तराखंड का हर कॉलेज बनेगा हाईटेक…
उत्तराखंड का हर कॉलेज बनेगा हाईटेक…दुनिया को टक्कर देंगे देवभूमि के
‘गुरुकुल’:डा धन सिंह रावत, उच्च शिक्षा और सहकारिता राज्य मंत्री धन सिंह
रावत ने कहा है कि उत्तराखंड के सभी कॉलेज जल्द वाई-फाई फ्री कर दिए
जाएंगे। इसके लिए 23 करोड़ रुपये का खर्चा आना है। इसके साथ ही उन्होंने
कहा कि प्रदेश के 57 महाविद्यालयों में रिक्त पद एक महीने के अंदर भर
जाएंगे।
उच्च शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 100 महाविद्यालय हैं। इनमें से 22 कॉलेजों के पास अपनी जमीन नही है। 34 के पास अपने भवन नही है। धन सिंह रावत यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा की दशा सुधारने के लिए 962 करोड़ रुपये की जरूरत है, लेकिन अभी उनको केवल 162 करोड़ रुपये ही मिले।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाकी के बजट की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से मांग की जाएगी। इसके अलावा धन सिंह रावत ने कहा कि इससे पहले सरकारों ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए नए कॉलेज तो खोल दिए, लेकिन किसी में भी सुविधाएं नहीं दी। अब उच्च शिक्षा को बेहतर करने के लिए कुछ कड़े फैसले लिए जा रहे हैं। इसमें 180 दिन पढ़ाई अनिवार्य की जाएगी। इसके अलावा कालेजों में आवश्यक रूप से ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। हर महाविद्यालय में 50 फुट ऊंचा तिरंगा झंडा लगाया जाएगा। रावत इससे पहले अपने उस बयान को लेकर चर्चा में आए थे, जब उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड में रहना है तो हर हाल में वंदे मातरम कहना होगा। इसके बाद रावत पर तमाम विरोधी दलों ने निशाना भी साधा था। इसके बाद भी रावत ने कहा था कि वो अपने बयान पर अडिग हैं और विरोधियों के आगे किसी भी हाल में नहीं झुकेंगे।
रावत ने कहा कि कॉलेजों के लिए निर्णय लेने के लिए पहले छात्र-छात्राओं और अभिभावकों से रायशुमारी भी की जाएगी। इसके लिए 2424 एप भी लॉन्च किया जाएगा। इसमें ट्वीट करके भी अपनी राय दे सकते हैं। उच्च शिक्षा मंत्री रावत ने कहा कि प्रदेश के 100 कालेज नेट के दायरे में आ गए है। इनको सरकार पांच करोड़ रुपया देगी। जो कुछ मानकों को पूरा कर रहे है, उन्हें भी तीन करोड़ रुपये दिए जाएंगे। वंदे मातरम पर दिए गए कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के बयानों पर चुटकी लेते हुए उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रावत ने कहा कि लगातार हार के बाद उनका मन विचलित हो गया है। अब वो इस तरह की बहकी बातें कर रहे है। रावत ने कहा कि किशोर वरिष्ठ नेता हैं, उनका सम्मान है। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रावत ने कहा कि जिस कॉलेज में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगेंगे। वहां के प्राचार्य का सस्पैंड कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कॉलेज में 10 बजे राष्ट्रगान और छुट्टी के वक्त चार बजे राष्ट्रगीत गाया जाए।
Teem Dhan Da
उच्च शिक्षा के गिरते स्तर पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 100 महाविद्यालय हैं। इनमें से 22 कॉलेजों के पास अपनी जमीन नही है। 34 के पास अपने भवन नही है। धन सिंह रावत यहीं नहीं रुके, उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा की दशा सुधारने के लिए 962 करोड़ रुपये की जरूरत है, लेकिन अभी उनको केवल 162 करोड़ रुपये ही मिले।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि बाकी के बजट की भरपाई के लिए केंद्र सरकार से मांग की जाएगी। इसके अलावा धन सिंह रावत ने कहा कि इससे पहले सरकारों ने राजनीतिक लाभ लेने के लिए नए कॉलेज तो खोल दिए, लेकिन किसी में भी सुविधाएं नहीं दी। अब उच्च शिक्षा को बेहतर करने के लिए कुछ कड़े फैसले लिए जा रहे हैं। इसमें 180 दिन पढ़ाई अनिवार्य की जाएगी। इसके अलावा कालेजों में आवश्यक रूप से ड्रेस कोड लागू किया जाएगा। हर महाविद्यालय में 50 फुट ऊंचा तिरंगा झंडा लगाया जाएगा। रावत इससे पहले अपने उस बयान को लेकर चर्चा में आए थे, जब उन्होंने कहा था कि उत्तराखंड में रहना है तो हर हाल में वंदे मातरम कहना होगा। इसके बाद रावत पर तमाम विरोधी दलों ने निशाना भी साधा था। इसके बाद भी रावत ने कहा था कि वो अपने बयान पर अडिग हैं और विरोधियों के आगे किसी भी हाल में नहीं झुकेंगे।
रावत ने कहा कि कॉलेजों के लिए निर्णय लेने के लिए पहले छात्र-छात्राओं और अभिभावकों से रायशुमारी भी की जाएगी। इसके लिए 2424 एप भी लॉन्च किया जाएगा। इसमें ट्वीट करके भी अपनी राय दे सकते हैं। उच्च शिक्षा मंत्री रावत ने कहा कि प्रदेश के 100 कालेज नेट के दायरे में आ गए है। इनको सरकार पांच करोड़ रुपया देगी। जो कुछ मानकों को पूरा कर रहे है, उन्हें भी तीन करोड़ रुपये दिए जाएंगे। वंदे मातरम पर दिए गए कांग्रेस अध्यक्ष किशोर उपाध्याय के बयानों पर चुटकी लेते हुए उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रावत ने कहा कि लगातार हार के बाद उनका मन विचलित हो गया है। अब वो इस तरह की बहकी बातें कर रहे है। रावत ने कहा कि किशोर वरिष्ठ नेता हैं, उनका सम्मान है। उच्च शिक्षा राज्य मंत्री रावत ने कहा कि जिस कॉलेज में पाकिस्तान जिंदाबाद के नारे लगेंगे। वहां के प्राचार्य का सस्पैंड कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि कॉलेज में 10 बजे राष्ट्रगान और छुट्टी के वक्त चार बजे राष्ट्रगीत गाया जाए।
Teem Dhan Da
April 15, 2017
दुग्ध उत्पादकों और पशुपालकों के लिए बनाई जाएगी योजना....
वर्तमान में राज्य में 26 लाख लीटर दूध की खपत 2 लाख लीटर दूध की आपूर्ति कर रहा दुग्ध विभाग, #हमारा का लक्ष्य 10 लाख लीटर #दुग्धोपार्जन करना और रोजगार के नये अवसर पैदा करना.
#प्रोत्साहन राशि पर भी जल्द सरकार लेगी फैसला
#पहाड़ों में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देकर बनायेगे आर्थिक रीढ़.
#दुग्ध उत्पादकों और #पशुपालकों के लिए बनाई जाएगी योजना.
#प्रोत्साहन राशि पर भी जल्द सरकार लेगी फैसला
#पहाड़ों में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देकर बनायेगे आर्थिक रीढ़.
#दुग्ध उत्पादकों और #पशुपालकों के लिए बनाई जाएगी योजना.
April 7, 2017
April 6, 2017
उत्तराखण्ड सदन में आयोजित बैठक में.....
उत्तराखण्ड सदन में आयोजित बैठक में उत्तराखण्ड के माननीय मुख्यमंत्री
श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत एवं मलेशिया सरकार के सीआईडीबीए मंत्री फादिला
बिन योसफए पीडब्लूडी एवं मलेशिया से आये अन्य सरकारी एवं निजी संस्थाओं के
प्रतिनिधियों द्वारा प्रतिभाग किया गया।
बैठक में मुख्यतः आधारभूत संरचना एवं अन्य शहरी विकास संबन्धित मुददों (मैट्रो, रोड़वेज आदि) पर मलेशिया सरकार एवं उत्तराखण्ड शासन के बीच पीपीपी माॅडल आधारित संरचना की बात की गई। मलेशिया सरकार द्वारा एक विशेष सरकारी परामर्श संस्था पेमान्डू(Performance Management and Delivery Unit) द्वारा उत्तराखण्ड में आधारभूत संरचना के विकास संबन्धी योजनाओं में सहयोग का प्रस्ताव दिया गया।
बैठक में मुख्यतः आधारभूत संरचना एवं अन्य शहरी विकास संबन्धित मुददों (मैट्रो, रोड़वेज आदि) पर मलेशिया सरकार एवं उत्तराखण्ड शासन के बीच पीपीपी माॅडल आधारित संरचना की बात की गई। मलेशिया सरकार द्वारा एक विशेष सरकारी परामर्श संस्था पेमान्डू(Performance Management and Delivery Unit) द्वारा उत्तराखण्ड में आधारभूत संरचना के विकास संबन्धी योजनाओं में सहयोग का प्रस्ताव दिया गया।
मुख्यमंत्री श्री रावत ने उत्तराखण्ड सरकार एवं पेमान्डू एवं मलेशिया के
निजी संस्थानों के साथ समन्वय स्थापित कर उत्तराखण्ड राज्य में आधारभूत
संरचना के विकास की बात कही। मुख्यमंत्री द्वारा इस आपसी साझे को सत्त,
क्रियाशील एवं सृजनात्मक रखने की बात की गई। मुख्यमंत्री श्री रावत ने
मलेशिया के मंत्री एवं प्रतिनिधिमण्डल को देवभूमि उत्तराखण्ड भ्रमण हेतु
आमंत्रित किया।
उक्त बैठक में दोनों पक्षों के बीच एक संयुक्त कार्याकारणी समिति जेडब्लूसी(JWC) के गठन की सहमति बनी। उत्तराखण्ड शासन की ओर से इस समिति में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव एवं अन्य विभागीय अधिकारी नामित किये जायेगें। मलेशिया सरकार की ओर से सचिव, सामान्य कार्य श्री जोहरी हाजी अकोब एवं अन्य अधिकारियों को नामित किया गया। जेडब्लूसी(JWC) की प्रथम बैठक मलेशिया में आयोजित करने पर सहमति बनी। मलेशिया के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह् भेंट किया गया। मुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री श्री धन सिंह रावत द्वारा सभी प्रतिनिधियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
सभी प्रदेशवासियों को रामनवमी के पावन पर्व पर बधाई व शुभकामनाएं
टीम धन दा
देहरादून
उक्त बैठक में दोनों पक्षों के बीच एक संयुक्त कार्याकारणी समिति जेडब्लूसी(JWC) के गठन की सहमति बनी। उत्तराखण्ड शासन की ओर से इस समिति में मुख्य सचिव, अपर मुख्य सचिव एवं अन्य विभागीय अधिकारी नामित किये जायेगें। मलेशिया सरकार की ओर से सचिव, सामान्य कार्य श्री जोहरी हाजी अकोब एवं अन्य अधिकारियों को नामित किया गया। जेडब्लूसी(JWC) की प्रथम बैठक मलेशिया में आयोजित करने पर सहमति बनी। मलेशिया के प्रतिनिधि मण्डल द्वारा मुख्यमंत्री को स्मृति चिन्ह् भेंट किया गया। मुख्यमंत्री एवं सहकारिता मंत्री श्री धन सिंह रावत द्वारा सभी प्रतिनिधियों को धन्यवाद ज्ञापित किया गया।
सभी प्रदेशवासियों को रामनवमी के पावन पर्व पर बधाई व शुभकामनाएं
टीम धन दा
देहरादून
वंदे मातरम कहना होगा....
उत्तराखंड के उच्च शिक्षा राज्यमंत्री डॉ धन सिंह रावत जी का
ऐतिहासिक फैसला उत्तराखंड में रहना होगा तो वंदे मातरम कहना होगा । गुरूवार को उत्तराखंड के रूड़की में एक प्राइवेट कॉलेज में स्टूडेंट्स को संबोधित करते हुए शिक्षा मंत्री ने यह बात कही। इसके साथ ही उन्होंने समय भी निधार्रित किया कि राष्ट्रगान और राष्ट्रगीत कब–कब गाए जानें चाहिए। उनके अनुसार राष्ट्रगान रोज सुबह 10 बजे गाना चाहिए और राष्ट्रगीत शाम 4 बजे गाया जाए।
रावत ने दावा किया कि जल्द ही उच्च शिक्षा में बदलाव आने वाला है। कड़े अनुशासन को बनाए रखने के लिए सरकार विवि व महाविद्यालयों में सभी के लिए ड्रेस कोड व 180 दिन की अनिवार्य उपस्थिति के लिए विधेयक लाने जा रही है। जिन बीएड कालेजों की उपस्थिति 180 दिन से कम होगी, उनकी मान्यता रद कर दी जाएगी।
Teem Dhan Da
रावत ने दावा किया कि जल्द ही उच्च शिक्षा में बदलाव आने वाला है। कड़े अनुशासन को बनाए रखने के लिए सरकार विवि व महाविद्यालयों में सभी के लिए ड्रेस कोड व 180 दिन की अनिवार्य उपस्थिति के लिए विधेयक लाने जा रही है। जिन बीएड कालेजों की उपस्थिति 180 दिन से कम होगी, उनकी मान्यता रद कर दी जाएगी।
Teem Dhan Da
April 5, 2017
मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार....
मंगलवार को नई दिल्ली में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री अजीत डोभाल जी
ने माननीय मुख्यमंत्री श्री त्रिवेंद्र सिंह रावत जी को रामनवमी के अवसर
पर अपने आवस पर आमंत्रित किया। इस अवसर पर मुख्यमंत्री श्री रावत जी एवं
राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार श्री डोभाल ने उत्तराखण्ड के विभिन्न मुद्दो पर
चर्चा की।
इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, उत्तराखण्ड के राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री धन सिंह रावत जी उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव एस.रामास्वामी आदि उपस्थित थे।
इस अवसर पर सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत, उत्तराखण्ड के राज्य मंत्री(स्वतंत्र प्रभार) श्री धन सिंह रावत जी उत्तराखण्ड के मुख्य सचिव एस.रामास्वामी आदि उपस्थित थे।
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