May 10, 2017

प्रदेश में महापुरूषों की जयंती पर अब नहीं होगी काॅलेजों में छुट्टी

प्रदेश के महाविद्यालयों, विश्वविद्यालयों में अब महापुरुषों की जयंती पर छुट्टी नहीं होगी। उच्च शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने कहा कि सभी महापुरुषों की जयंती परिसर में ही मनाई जाएगी।

धन सिंह रावत ने कहा कि किसी भी महापुरुष की जयंती पर अब किसी भी विवि या महाविद्यालय में छुट्टी नहीं रखी जाएगी। इसके बजाए वह जयंती विभिन्न गतिविधियों के माध्यम से परिसर में ही मनाई जाएगी।

उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि फर्जीवाड़े के रोकने के लिए डिग्री को आधार से लिंक किया जाएगा। इसके अलावा छात्र-छात्रा की फोटो भी डिग्री में चस्पा होगी। उन्होंने कहा कि फीस लेने बाद सुविधाएं न देने पर राज्य के 10 बड़े कॉलेजों की जांच की जाएगी। फीस स्ट्रेक्चर को सरकारी और प्राइवेट में एक समान करने तथा 22 मदों में ली जानी वाली फीस को एक ही मद में लेने का प्रावधान बनाया जाएगा। जो सुविधाएं कॉलेज में नहीं है, उसकी फीस किसी भी सूरत में नहीं वसूली जाएगी।
शिक्षा मंत्री डा. धन सिंह रावत ने महाविद्यालयों में स्थायी शिक्षक मिलने तक संविदा पर योग्य शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। प्रथम चरण में 550 फुल क्वालीफाई शिक्षकों की भर्ती की जाएगी। अगस्त माह तक विज्ञप्ति जारी कर दी जाएगी। 
राज्य में मानकों से ज्यादा डिग्री कॉलेज खुलने तथा शिक्षकों की भारी कमी को देखते हुए शिक्षा मंत्री ने अस्थायी शिक्षक तैनात करने की बात कही है। महाविद्यालयों में करीब 772 शिक्षकों के पद रिक्त चल रहे हैं। जिनमें 550 को प्रथम चरण में अस्थायी नियुक्ति दी जाएगी। नियुक्ति के दौरान ऐसी शर्त रखी जाएगी कि इन शिक्षकों को बाद में स्थायी किया जाएगा। संविदा पर इन शिक्षकों के लिए 35 हजार रुपये मानदेय रखा गया है। इस संबंध वित्त विभाग से भी चर्चा हो गई है। हालांकि इससे पहले 18 स्थायी प्राचार्य कॉलेजों में भेजे जा रहे हैं। अगले सप्ताह तक इसके आदेश जो जाएंगे। लोक सेवा आयोग में लेक्चरर के पदों पर भर्ती की प्रक्रिया धीमी चल रही है। इसके लिए भी पत्र भेजा गया है। शिक्षा मंत्री ने 22 कॉलेजों के लिए जमीन, 58 में प्राचार्य तथा 19 किराए के भवनों में चलने वालों में सुविधाएं जुटाने की बात कही है।
                                                                          -टीम धन दा

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